कब्ज के कारण लक्षण और घरेलू उपचार constipation home remedy –

कब्ज के कारण लक्षण और घरेलू उपचार constipation home remedy –

कब्ज एक सामान्य रूप से होने वाली समस्या है ! जिसमें आँत की क्रिया द्वारा सौच कष्ट के साथ या कम बार बाहर निकलता है ! यदि कब्ज के कारण का जल्द ही उपचार नहीं किया जाय ! तो शरीर में अनेक विकार होने लगते हैं ! कब्ज की वजह से हाई ब्लड प्रेशर डायबिटीज और शरीर दर्द जैसी बीमारियां होने लगती हैं ! कब्जियत होने पर पेट पूरी तरह साफ नहीं हो पाता है!

एक सामान्य व्यक्ति को दिन में दो बार सौच के लिए जाना ही चाहिए ! नहीं तो कम से कम एक बार तो जाना अति आवश्यक है ! जो व्यक्ति रोज सुबह अपना पेट साफ कर पाता है वह स्वस्थ रहता है ! जिन्हें रोज सुबह पेट साफ करने की समस्या है वह व्यक्ति अस्वस्थ होने लगता है !

शौच महसूस होते ही समय पर शौचालय जाना चाहिए अगर आप इसे अनदेखा करते हैं ! तो कब्ज़ की प्रॉब्लम बन जाती है ! शरीर के सभी टॉक्सिन्स निकालने के लिए पानी महतवपूर्ण है ! नियमित रूप से भरपूर पानी पीने से कब्ज होने की संभावना कम हो जाती है ! साथ ही जो लोग पानी कम पीते है !

उन्हें कब्ज़ की समस्या होने लगती है ! जैसे-जैसे व्यक्ति के उम्र बढ़ती हैं ! उसको होने वाली बीमारियों की सम्भावनाएं भी बढ़ती रहती है ! व्यक्ति की पाचन तंत्र की शक्ति धीमी हो जाती है ! जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें कई प्रकार के रोग प्रभावित करने लगते हैं !

पाचन तंत्र में मांसपेशियों के साथ-साथ आंत्र की क्रियाशीलता कम होने से कब्ज़ की समस्या हो जाती है !

कब्ज के कारण ! causes of constipation-

अब कब्ज के कुछ कारणों को समझते हैं ! जैसे पानी कम पीना, शक्त मल, अत्यधिक तनाव, मल त्यागने में असमर्थ होना आंत को पूरी तरह खाली ना कर पाना, चाय और काफी अधिक पीना ! धूम्रपान व शराब, आंत लीवर और तिल्ली में खराबी मधुमेह के रोगियों में पाचन संबंधी समस्या, कम मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन, व्यायाम ना करना, भोजन में कम मात्रा में फाइबर का सेवन, तंबाकू के सेवन के कारण और नशीली दवाओं के प्रयोग से भी यह हो सकता है ! कम मात्रा में खाना. खाना ! खाने का सही तरीका यह होना चाहिए कि पेट के 60 फीसदी तक पोषण युक्त खाना खाया जाए ! परंतु कभी-कभी लोग डाइटिंग के चक्कर में बहुत कम मात्रा में खाते हैं ! जिससे शरीर में फाइबर कम मात्रा में पहुंचती है और कब्ज हो जाता है !

हॉरमोंस का डिसबैलेंस एवं थाइरॉयड या शुगर से भी कब्ज की समस्या हो जाती है ! कोई भी व्यक्ति जो शारीरिक मेहनत कम करता है ! उसे कब्ज हो सकती है !

कब्ज कैसे होती है (कब्ज के कारण)

आहार में फाइबर का कम होना कबज का प्रमुख कारण है ! जब खाने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है ! तब कब्ज होने की संभावना कम होती है ! फल, सब्जियां और फाइबर युक्त साबुत अनाज जैसे पदार्थों का सेवन करना जरूरी है ! भोजन से प्राप्त फाइबर लीवर को मज़बूत बनाता है ! और कब्ज होने से रोकता है ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ है जिनमें फाइबर ना के बराबर होता है ! जैसे पनीर, मांस और अंडे इनके अधिक मात्रा में सेवन से कब्ज़ होती हैं !

अगर कोई शारीरिक रूप से मेहनत नहीं करता है और निष्क्रिय रहता है तो उसे कब्ज हो सकती है ! यह विशेष रूप से बैठकर करने वाले जॉब वालों एवं वृद्ध लोगों में ज्यादा हो सकती है !

कब्ज के प्रकार ! types of constipation-

ऐसे व्यक्ति जो लंबे समय तक बैठकर कार्य करते हैं ! उन्हें कब्ज होने का खतरा काफी बढ़ जाता है ! ऐसा विशेषज्ञ मानते है ! जिसके द्वारा शरीर में प्रक्रियाएं घटती बढ़ती हैं ! आइए अब कब्ज के तीन प्रकार को विस्तार पूर्वक समझते हैं !

1- सामान्य कब्ज ( नॉर्मल ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन )

इस प्रकार की कब्ज को सबसे आम प्रकार की कब्ज माना जाता है ! इस तरह के कब्ज से प्रभावित व्यक्ति को सौच करने में दिक्कत महसूस होती है ! परन्तु वह अपने रोज के रूटीन के अनुसार नियमित रूप से सौच करता है ! इस प्रकार की कब्ज में ज्यादा परेशानी महसूस नहीं होती है !

2- मध्यम प्रकार की कब्ज (स्लो ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन)

यह बड़ी आंत में आई हुई खराबी के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या है ! हमारी शौच की क्रिया में इंटरिक नर्वस सिस्टम की तंत्रिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है ! यह तंत्रिकाएं ही बड़ी आंत से शौच द्वारा पेट को साफ करती हैं ! इन्हीं तंत्रिका में आई खराबी स्लो ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन का कारण बन सकती है !

3- शौच विकार (डिफेक्शन डिसऑर्डर)

पूरी कब्ज में से 50% लोग डीफेक्शन डिसऑर्डर से प्रभावित होते हैं ! इसका सही सही कारण विशेषज्ञों को ही पता होता है ! कुछ विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि आंत संबंधी अंगों में शिथिलता (कमजोरी) और उनका आपस में अनियमित हुआ संबंध डिफेक्शन डिसऑर्डर का मुख्य कारण बनता है !

कब्ज मूत्राशय नियंत्रण को कैसे प्रभावित करता है!

कब्ज के कारण मूत्राशय से पेशाब का रिसाव भी हो सकता है ! मल से भरी हुई आंत पेशाब की थैली में इकट्ठे हुई मूत्र की मात्रा को कम कर सकती है ! इस प्रकार जल्दी शौच जाने की ज़रूरत पडती है ! इस प्रकार की कब्ज में ब्लड प्रेशर /blood-pressure- भी बढ़ता है !

नियमबद्ध होने का क्या मतलब है !

आप जब शौचालय जाते हैं तो आपको ऐसी फीलिंग होती है कि आपने पूरी तरह से पेट साफ कर लिया है ! एक दिन में 4 बार से लेकर एक सप्ताह में 4  बार के बीच शौचालय जाना हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग आदतों में शुमार हो सकता है !

 कब्ज के कारण लक्षण और घरेलू उपचार
Emoji of constipation

हो सकती हैं कई बीमारियां !

अगर आप इससे ग्रस्त हैं तो यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है ! जिसके कारण अनेक मानसिक और शारीरिक परेशानियां उत्पन्न होती हैं ! जैसे मानसिक तनाव, सिर दर्द -headache, गैस बनना, भूख कम लगना, कमजोरी और उल्टी आदि समस्याएं हो सकती हैं ! आइए अब कुछ बीमारियों को लिस्ट के अनुसार समझते हैं !

  • पेट में गैस बनना
  • उल्टी
  • चेहरे पर मुंहासे
  • डायबिटीज
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • पेट में भारीपन
  • पेट में दर्द
  • मुंह का स्वाद खराब होना
  • मुंह से बदबू आना
  • कमर दर्द
  • मुंह में छाले
  • मानसिक तनाव

कब्ज का घरेलू उपचार ! constipation home remedy-

* कब्ज की समस्या में दुलकोफ्लेक्स गोली को रात में खाने के बाद ! एक से दो गोली का सेवन डॉक्टर के परामर्श उपरांत कर सकते हैं !

* पीली काबुली हरड़ को रात में भिगो कर रख दें और प्रातः पानी में थोड़ा सा रगड़े और आवश्यकता अनुसार काला नमक मिलाकर पिए ! इससे कितना भी पुराना से पुराना कब्ज हो वाह ठीक हो जाता है !

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