चंद्रप्रभा वटी मूत्र पथ के विकारों जैसे (यूटीआई), मूत्राशय से संबंधित किसी भी समस्या एवं मांसपेशियों, जोड़ों के दर्द में उपयोग किया जाता है ! साथ ही यह कमजोरी का इलाज करने के लिए भी उपयोग किया जाता है ! चंद्रप्रभा वटी के हर्बल घटकों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं ! जो विषाक्त पदार्थों को ब्लड से अधिक कुशलता के साथ शुद्ध करने में मदद करते हैं ! Chandraprabha vati ke fayde यह है कि यह यूटीआई का कारण बनने वाले सूक्ष्म जीवों को समाप्त करते हैं !
इसका उपयोग डिप्रेशन, मानसिक थकान, मधुमेह, प्रोस्टेट की अतिवृद्धि, बार बार पेशाब होना, मिसकैरिज, आर्थराइटिस और उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए किया जाता है ! चंद्रप्रभा वटी में कुछ जड़ी-बूटियाँ ऐसी भी हैं जो मल्टीविटामिन का एक प्राकृतिक स्रोत हैं !
यह शक्ति प्रदान करती हैं और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देती हैं ! पेशाब करते समय पेट के निचले हिस्से में जलन, खुजली या दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए चंद्रप्रभा वटी लें ! और मूत्राशय से संबंधित सभी समस्याओं से स्थायी राहत पाएं !
चंद्रप्रभा वटी क्या है What is chandraprabha vati ke fayde in Hindi
चंद्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक दवा है ! जिसमें चंद्र का अर्थ है चंद्रमा और प्रभा का अर्थ है चमक इसमें 37 तत्व होते हैं ! विभिन्न मूत्र संबंधी जटिलताओं के प्रबंधन में चंद्रप्रभा वटी उपयोगी होती है ! यह विषाक्त पदार्थों के गठन को रोकने में मदद करता है ! और मूत्र प्रवाह को बढ़ाकर उन्हें मूत्र के माध्यम से निकालता है ! Chandraprabha vati ke fayde अपनी मूत्रवर्धक गतिविधि के कारण मूत्र के उत्पादन को बढ़ाकर गुर्दे की पथरी को भी दूर करने में भी मदद करता है !
चंद्रप्रभा वटी में सम्मिलित तत्व Chandraprabha vati ingredients in Hindi
चंद्रप्रभा वटी शरीर के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है ! Chandraprabha vati ke fayde में कुल 37 जड़ी बूटियों का सम्मिश्रण मौजूद है ! इसमें सम्मिलित सभी तत्व निम्नलिखित हैं !
शुद्ध गुग्गुलू | 96 मिली ग्राम |
शुद्ध शिलाजीत | 96 मिली ग्राम |
मिश्री | 48 मिली ग्राम |
लोह भस्म | 24 मिली ग्राम |
काली निशोथ | 12 मिली ग्राम |
दन्तीमूल | 12 मिली ग्राम |
बंसलोचन या तबाशीर | 12 मिली ग्राम |
तेजपत्र | 12 मिली ग्राम |
दालचीनी | 12 मिली ग्राम |
छोटी इलायची के बीज | 12 मिली ग्राम |
कपूर | 3 मिली ग्राम |
वच | 3 मिली ग्राम |
नागरमोथा – मुस्तक | 3 मिली ग्राम |
चिरायता | 3 मिली ग्राम |
गिलोय – गुडूची | 3 मिली ग्राम |
देवदारु | 3 मिली ग्राम |
अतिविषा – अतीस | 3 मिली ग्राम |
दारुहल्दी | 3 मिली ग्राम |
हल्दी | 3 मिली ग्राम |
पीपलामूल | 3 मिली ग्राम |
चित्रक | 3 मिली ग्राम |
धनिया | 3 ग्राम |
हरड़ | 3 मिली ग्राम |
बहेड़ा | 3 मिली ग्राम |
आमला – आंवला | 3 मिली ग्राम |
चव्य | 3 मिली ग्राम |
विडंग | 3 मिली ग्राम |
गजपीपली | 3 मिली ग्राम |
काली मिर्च | 3 मिली ग्राम |
पिप्पली | 3 मिली ग्राम |
शुंठी | 3 मिली ग्राम |
स्वर्णमाशिक भस्म | 3 मिली ग्राम |
स्वर्जिका क्षार (सज्जी क्षार) | 3 मिली ग्राम |
यवक्षार | 3 मिली ग्राम |
सैंधव लवण | 3 मिली ग्राम |
सौवर्चल लवण | 3 मिली ग्राम |
विंड लवण |
चंद्रप्रभा वटी के फायदे Chandraprabha vati ke fayde in Hindi
चंद्रप्रभा वटी या बोलचाल की भाषा में चंद्रप्रभा गुलिक या चंद्रप्रभा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपचार है ! जिसका उपयोग मूत्र पथ के कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। चंद्रप्रभा वटी के अन्य फायदे निम्नलिखित हैं !
मूत्र पथ संक्रमण
चंद्रप्रभा वटी मूत्र पथ के संक्रमण के लिए सबसे उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि में से एक है ! डिसुरिया, दर्दनाक पेशाब, मूत्र पथ के संक्रमण को चंद्रप्रभा वटी नियंत्रित करने में मदद करती है ! क्योंकि इसमें पित्त संतुलन प्रभाव होता है ! यह पेशाब के प्रवाह को बढ़ाता है और यूटीआई के लक्षणों जैसे पेशाब के दौरान जलन को कम करता है !
गुर्दे की पथरी
चंद्रप्रभा वटी में एंटीलिथियाटिक और लिथोट्रिप्टिक प्रभाव होते हैं, इसलिए यह गुर्दे की पथरी के निर्माण को कम करता है ! और गुर्दे में पथरी के निर्माण को रोकने में मदद करता है !
प्रोस्टेट की अतिवृद्धि
चंद्रप्रभा वटी प्रोस्टेट अतिवृद्धि के कारण मूत्र संबंधी परेशानी को कम करने में अच्छा काम करती है ! यह बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथि के आकार को भी कम करता है ! वरुणा के साथ प्रयोग करने पर यह अधिक प्रभावी होता है !
अर्थराइटिस
चंद्रप्रभा वटी कम पीठ दर्द, रीढ़ की हड्डी के गठिया और घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में भी उपयोगी है ! इसमें शक्तिशाली एंटीबायोटिक और हल्के एनाल्जेसिक विशेषताएं हैं ! यह जोड़ों के विकारों में दर्द और सूजन को कम करता है !
अत्यधिक गर्भाशय रक्तस्राव
अत्यधिक गर्भाशय रक्तस्राव के कई कारण होते हैं, लेकिन सबसे आम कारण गर्भाशय पॉलीप है ! चंद्रप्रभा वटी पॉलीप्स के आकार को कम करने के लिए कांचनार गुग्गुल के साथ बेहतर काम करती है। हालांकि, यदि रक्तस्राव मुख्य चिंता का विषय है, तो रक्तस्राव को रोकने के लिए अन्य दवाओं की भी आवश्यकता होती है !
मानसिक थकान Chandraprabha vati ke fayde
चंद्रप्रभा वटी मानसिक थकान और मानसिक तनाव को कम करने के लिए फायदेमंद है ! ऐसा इसके मुख्य घटक शिलाजीत के कारण होता है ! यह छात्रों को अध्ययन से संबंधित तनाव को कम करने और याददाश्त में सुधार करने में भी मदद करता है !
आदतन गर्भपात
चंद्रप्रभा वटी एक बेहतरीन गर्भाशय टॉनिक है। आयुर्वेदिक मान्यताओं के अनुसार, कमजोर गर्भाशय के कारण आदतन गर्भपात हो जाता है। इसलिए, चंद्रप्रभा वटी का उपयोग अश्वगंधा के अर्क के साथ गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए किया जाता है !
बार बार पेशाब होना
चंद्रप्रभा वटी मूत्र आवृत्ति और मूत्र असंयम को कम करती है। हालांकि, बार-बार पेशाब आने पर इसका कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन यह इन समस्याओं के मूल कारण को ठीक करता है और इन समस्याओं से निपटने में मदद करता है !
पॉलीसिस्टिक ओवरी PCOS
चंद्रप्रभा वटी पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग के लिए बेहतर दवा है। यह सिस्ट को हटाता है और ओवेरियन फंक्शन को ठीक करता है। अशोकारिष्ट और कंचनार गुग्गुल के साथ इसे लेने पर प्रभाव दिखाई देता है ! Chandraprabha vati ke fayde
अल्प शुक्राणु नपुंसकता
चंद्रप्रभा वटी सभी पुरुष प्रजनन अंगों पर काम करती है और प्राकृतिक कार्यों को ठीक करती है। अल्पशुक्राणुता में, यह काउंट को बढ़ाता है और शारीरिक दुर्बलता में मदद करता है। यह आमतौर पर अश्वगंधा के अर्क और कोंच पाक के साथ प्रयोग किया जाता है !
सामान्य दुर्बलता
चंद्रप्रभा वटी का उपयोग सामान्य दुर्बलता को कम करने और शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य टॉनिक और पूरक के रूप में किया जाता है ! यह प्रभाव शिलाजीत और लोहा भस्म के कारण होते हैं। यह थकान को कम करता है और शरीर को तरोताजा महसूस कराता है। इसका प्रभाव आमतौर पर तब दिखाई देता है जब इसे गाय के दूध के साथ लिया जाता है !
रक्तचाप रोधी Chandraprabha vati ke fayde
चंद्रप्रभा वटी में हल्के उच्चरक्तचापरोधी प्रभाव होते हैं। इसका मुख्य प्रभाव अत्यधिक शराब के सेवन वाले लोगों में दिखाई देता है। शराब से रक्तचाप बढ़ सकता है और सिरदर्द आदि हो सकता है। चंद्रप्रभा वटी इस मामले में रक्तचाप को कम करने और हृदय को शक्ति प्रदान करने में प्रभावी रूप से मदद करती है।
एल्बुमिनुरिया
मधुमेह के रोगियों में, माइक्रोएल्ब्यूमिन्यूरिया मधुमेह के गुर्दे की क्षति का सबसे पहला संकेत है ! और उपचार भी उसी के अनुसार किया जाना चाहिए। इनमें से अधिकांश कारणों में, कामदूध रस के साथ चंद्रप्रभा वटी मूत्र में प्रोटीन की कमी को कम करने और उसका इलाज करने के लिए अच्छी तरह से काम करती है !
पुरुष क्षमता में वृद्धि
पुरुषों मे कामेच्छा में कमी होना यानी यौन क्रिया के प्रति कोई झुकाव नहीं होना। यौन क्रिया के तुरंत बाद कम इरेक्शन भी हो सकता है। इसे ‘प्रारंभिक निर्वहन या शीघ्रपतन’ के रूप में भी जाना जाता है। चंद्रप्रभा वटी का सेवन पुरुष यौन रोग को ठीक करने में मदद करता है और सहनशक्ति में भी सुधार करता है।
मधुमेह
अधिकांश मधुमेह रोगी सामान्य रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के बावजूद सामान्य कमजोरी या थकान महसूस करते हैं। चंद्रप्रभा वटी थकान के लक्षणों को कम करने और मौजूदा उपचार के साथ सहायक दवा के रूप में उपयोग किए जाने पर सामान्य रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में उपयोगी है।
चंद्रप्रभा वटी के सेवन के समय सावधानियां Precaution during chandraprabha vati uses in Hindi
गर्भावस्था- आयुर्वेदिक दृष्टिकोण के अंतर्गत स्तनपान के दौरान चंद्रप्रभा वटी के सेवन से बचें ! या डॉक्टर की सलाह के बाद इसका इस्तेमाल करें !
स्तनपान- स्तनपान के दौरान चंद्रप्रभा वटी के सेवन से परहेज करें या डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
चंद्रप्रभा वटी की खुराक Doses of chandraprabha vati in Hindi
चंद्रप्रभा वटी की एक गोली दिन में दो या तीन बार सेवन कर सकते हैं ! Chandraprabha vati ke fayde
चंद्रप्रभा वटी का उपयोग कैसे करें How to use chandraprabha vati in Hindi
चंद्रप्रभा वटी की एक गोली दिन में दो या तीन बार ! खाना खाने के बाद दूध से या पानी के साथ उपयोग कर सकते हैं !
चंद्रप्रभा वटी के दुष्प्रभाव side effect of chandraprabha vati in Hindi
चंद्रप्रभा वटी के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है ! यह पूरी तरह सुरक्षित है दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें !
Friquentely ask question in Hindi
Q. क्या चंद्रप्रभा वटी मधुमेह के लिए उपयुक्त दवा है ?
Ans. हां चंद्रप्रभा वटी मधुमेह के लिए उपयुक्त दवा है ! और यह मधुमेह के कारण आई कमजोरी और थकान को भी दूर करता है !
Q. क्या पाचन तंत्र में गड़बड़ी के समय चंद्रप्रभा वटी का उपयोग कर सकते हैं ?
Ans. चंद्रप्रभा वटी के उपयोग से पाचन तंत्र में सुधार होता है !
Q. चंद्रप्रभा वटी का उपयोग कितने समय तक कर सकते हैं ?
Ans. 1 से 2 महीने तक उपयोग करने पर Chandraprabha vati ke fayde अच्छी तरह मिलते हैं !