Basil leaves in Hindi : दोस्तों हमारे हिंदू धर्म और पौराणिक ! चिकित्सा प्रणाली पद्धति के अनुसार तुलसी का पत्ता ! बहुत ही शुद्ध और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है ! आज भी हमारे हिंदू धर्म में प्रत्येक जाति एवं समुदाय के लोग अपने अपने घरों में तुलसी का पौधा लगाते हैं ! और उसकी पूजा भी करते हैं !
तुलसी के पौधे और तुलसी के पत्तों के धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ इसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ भी हैं ! जैसे कि उच्च रक्तचाप में कमी, गुर्दे की पथरी गलाने में और मधुमेह के रोगियों के लिए यह बहुत ही लाभदायक है !
आज के हम अपने इस स्वास्थ्यवर्धक लेख में आप सभी लोगों को basil leaves health benefit in Hindi ! और इसके अन्य गुणों के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान करने वाले हैं, तो इस आर्टिकल को अंतिम तक अवश्य पढ़ें !
तुलसी पत्ते क्या है What is Basil leaves in Hindi
Basil leaves in hindi : दोस्तों जिस प्रकार से अन्य पौधे होते हैं ! ठीक उसी प्रकार से यह भी एक औषधि पौधा है ! और इसमें आपको भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज उपस्थित मिलने वाले हैं ! तुलसी के पत्ते के अंदर लगभग सभी प्रकार के रोगों ! से लड़ने और शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में काफी सहायक होते हैं !
इसे हमारे भारतीय प्राचीन औषधि पद्धति में देवी का दर्जा प्रदान किया गया है। तुलसी के पेड़ के हिंदू धर्म में बहुत सारे धार्मिक मान्यताएं हैं और यही कारण है, कि इसे लगभग हर एक हिंदू घर के आंगन में आप लगा देखेंगे। तुलसी के पौधे के कई सारी प्रजातियां पाई जाती हैं और उनमें से श्वेत एवं कृष्ण प्रमुख तुलसी की प्रजाति है।
आमतौर पर तुलसी का पौधा 30 से 60 सेंटीमीटर तक ऊंचा होता है। इसके अतिरिक्त तुलसी के पौधे के फूल छोटे-छोटे सफेद एवं बैगनी रंग के होते हैं। इस औषधि युक्त पौधे का फूल एवं फल काल जुलाई से लेकर अक्टूबर माह तक होता है।
तुलसी के वैज्ञानिक नाम Scientific name of basil and tulsi in Hindi
- पवित्र तुलसी का वैज्ञानिक नाम ओसीमम टेनूफ्लॉरम (ocimum tenuflarum) है
- बेसील का वैज्ञानिक नाम ओसीमम बॅसीलीकम (ocimum basilicum) है
बेसिल और तुलसी में अंतर
Basil और तुलसी दो अलग-अलग पौधे हैं बेसिल का वानस्पतिक नाम Ocimum tenuiflorum है ! जबकि तुलसी का भी वानस्पतिक नाम Ocimum Basilicum है ! तुलसी और तुलसी दोनों ही लैमियासी परिवार से संबंधित हैं ! बेसिल के पत्ते खाने योग्य होते हैं और मुख्य रूप से पाक व्यंजनों के लिए उपयोग किए जाते हैं ! जबकि तुलसी मुख्य रूप से एक स्वदेशी औषधीय घटक के रूप में उपयोग किया जाता है ! बेसिल और तुलसी में यही मुख्य अंतर है !
तुलसी पत्ते के फायदे Basil leaves health benefits in Hindi
Health benefits of Basil leaves in Hindi ! तुलसी के पत्ते के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ है ! और इनका सेवन करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता /immunity-power को बढ़ाने के साथ-साथ अन्य लोगों को भी खुद से सुरक्षित रख सकते हैं ! आइए जानते हैं, तुलसी के पत्ते के अन्य स्वास्थ्य लाभ जो इस प्रकार से निम्नलिखित है !
1- सूखी खांसी और दमा में लाभकारी
अस्थमा /asthma से पीड़ित रोगियों और सूखी खांसी परेशान लोगों के लिए तुलसी की पत्तियां ! बहुत ही रामबाण एवं औषधि युक्त होती है ! इन बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको तुलसी के पत्ते को शोठ, प्याज का रस ! और शहद साथ मिलाकर चाटने से इन रोगों से छुटकारा मिल जाता है !
2- अपच की समस्या दूर करने में सक्षम
अगर आप का पाचन तंत्र खराब रहता है ! और आप आसानी से भोजन को नहीं पचा पाते हैं ! तो ऐसी परिस्थिति में आप तुलसी के तीन से पांच पत्तियों को पीसकर इसे 1 दिन में कम से कम तीन से चार बार ले तो अपच जैसी समस्याओं से निजात मिल सकता है ! basil leaves in hindi
3- पेशाब की जलन होती है दूर
यदि आपको पेशाब करने में जलन /burning urination की अनुभूति होती है, तो ऐसे परिस्थिति में आप तुलसी के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं।तुलसी के बीज में जीरे का 1 ग्राम चूर्ण मिलाएं एवं इसके अतिरिक्त 3 ग्राम मिश्री मिलाकर सुबह-शाम इसके साथ सेवन करें, तो मूत्र में जलन एवं अन्य मूत्र संबंधी समस्या ठीक हो सकती है।
4- नपुंसकता में लाभकारी
तुलसी के बीज चूर्ण एवं मूल (जङ) चूर्ण 1 से 3 ग्राम की मात्रा में और बराबर मात्रा में गुड़ मिलाकर प्रतिदिन गाय के दूध के साथ निरंतर रूप से 1 माह तक इस विधि के जरिए आप नपुसंकता जैसी गंभीर बीमारी को ठीक कर सकते हैं !
5- चोट मोच में लाभकारी
यदि आपको किसी भी प्रकार का घाव लग गया है ! और उसमें सूजन एवं पीड़ा से आप से परेशान है ! तो ऐसी परिस्थिति में निरंतर रूप से चार से पांच तुलसी के पत्ते का सेवन करना चाहिए ! और इससे सूजन एवं अन्य घाव संबंधी समस्या ठीक हो जाती है !
6- सांप काटने पर
यदि किसी भी व्यक्ति को सांप ने काट लिया है ! और सर्पदंश की पीड़ा से व्यक्ति बहुत परेशान है ! तो ऐसी परिस्थिति में उस व्यक्ति को कम से कम 5 से 10 तुलसी के पत्ते के रस को निकालना चाहिए ! और इसे थोड़ा थोड़ा पिलाना चाहिए एवं तुलसी के पत्ते के पीसी हुइ लेप को सर्प दंस के स्थान पर लगाने से उस स्थान की पीड़ा भी खत्म हो जाती है ! यदि सांप के काटने की वजह से व्यक्ति बेहोश हो चुका है ! तो ऐसी परिस्थिति में उसकी नाक में एक एक बूंद करके थोड़े समय तक तुलसी के रस को डालना चाहिए !
7- सांसो की दुर्गंध दूर करने में
जिस भी व्यक्ति का पाचन तंत्र खराब होता है, उसके सांसों की दुर्गंध भी काफी ज्यादा खराब हो जाती है। तुलसी पाचन के सभी गुणों को अपने अंदर समाहित करता है और इसका सेवन करने से पाचन तंत्र सही हो जाता है, इसके अतिरिक्त सांसों की दुर्गंध भी इसके सेवन से सही हो जाती है।
8- झड़ते बालों के लिए
अगर आप बालों के झड़ने /hair-fall की वजह से परेशान हैं और इसका एक सटीक इलाज ढूंढ रहे हैं, तो ऐसे में तुलसी का पौधा आपके लिए इस बीमारी में काफी रामबाण सिद्ध हो सकता है। बालों की समस्या या बालों के झड़ने की समस्या को ठीक करने के लिए आपको तुलसी के पत्तों का लेप तैयार करना है और इसे अच्छे से अपने सर के त्वचा में लगाना है।
9- गुर्दे की पथरी में
तुलसी शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है और इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं ! यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है ! जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण है ! यूरिक एसिड के स्तर में कमी से गाउट के रोगियों को भी राहत मिलती है !
10- एसिडिटी में लाभदायक
तुलसी के पत्ते अपच और भूख न लगना को ठीक करने में मदद करते हैं ! परिणाम स्वरूप एसिडिटी की समस्या ठीक होती है ! इनका उपयोग पेट फूलना और सूजन के उपचार के लिए भी किया जाता है !
11- ह्रदय स्वास्थ्य में सुधार
तुलसी पत्ते में मौजूद सामग्री रक्त लिपिड को कम करके, इस्किमिया और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है ! basil leaves in hindi उच्च रक्तचाप को कम करने और इसके उच्च एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण हृदय रोगों के उपचार और रोकथाम पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है !
12- ऑक्सीडेटिव तनाव कम करने में सक्छम
तुलसी एंटीऑक्सिडेंट (फ्री-रेडिकल) का एक पावरहाउस है ! ये यौगिक, जैसा कि नाम से पता चलता है, आपके शरीर में पाए जाने वाले मुक्त कणों का मुकाबला करते हैं ! मुक्त कण जो कोशिकाओं को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाते हैं ! और हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और गठिया जैसी कई स्वास्थ्य जटिलताओं के कारक बनते है !
तुलसी में फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं ! उम्र बढ़ने के प्रभाव को धीमा करते हैं, और आपकी सेलुलर संरचना को नुकसान से बचाते हैं !
13- डिप्रेशन से निपटने में सछम
तुलसी में एडाप्टोजेन होता है, जो एक तनाव रोधी पदार्थ है ! यह ऊर्जा और खुशी पैदा करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर को उत्तेजित करते हुए चिंता और अवसाद से निपटने में मदद करता है ! तो पवित्र तुलसी के साथ एक कप गर्म चाय की चुस्की लें और अंतर देखें !
बेसिल की चाय रेसिपी Basil tee recipe In Hindi
एक स्वास्थ्य वर्धक और ताज़ा चाय जो अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभों के साथ आपके मूड को बेहतर बना सकती है !
बेसिल टी के लिए सामग्री:
- तुलसी के पत्ते – 8 से 10
- पानी – 1 कप लगभग 200ml.
- शुद्ध शहद – 1 चम्मच
- इलायची पाउडर – एक चुटकी
बनाने का तरीका:
एक पैन में 200ml. पानी गरम करें, उसमें तुलसी के पत्ते और इलायची पाउडर डालें ! इसे 4-5 मिनट तक के लिए उबालें या जब तक की चाय की खुसबू ना आने लगे तब तक उबालें ! अब इसे आंच से उतारें और शहद मिलाकर गर्मागर्म सर्व करें !
उपर्युक्त सभी स्वास्थ्य लाभों के साथ, तुलसी या बेसिल वास्तव में एक चमत्कारी जड़ी बूटी है ! इसे अपने आहार का अभिन्न अंग बनाना सुनिश्चित करें ! चाहे आपको पेट की समस्या हो, त्वचा की समस्या हो, या आप सर्दी-खांसी या फ्लू से छुटकारा पाना चाहते हों, तुलसी के पत्ते हमेशा काम आते हैं ! हालांकि, रोजाना तुलसी का सेवन करने से पहले किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करें !
नोट : तुलसी या बेसिल को दांतो से ना चबाएं इसे सीधे निगला जाना चाहिए ! इसमें पारे (mercury) की मात्रा होती है जो आपके दांतो को नुकसान पँहुचा सकती है !
निष्कर्ष
यदि आप अब तक तुलसी के पत्ते basil leaves in Hindi के अचूक स्वास्थ्य लाभ से अनजान थे, तो आज का हमारा यह लेख आप को तुलसी के अनेकों स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी प्रदान करने में काफी ज्यादा लाभकारी सिद्ध हुआ होगा।यदि इस लेख से संबंधित आपके कोई सवाल या सुझाव है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं। इसके अतिरिक्त यदि आपको तुलसी के और भी लाभ के बारे में पता है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में इसकी भी जानकारी दे सकते हैं।