Home remedies for night blindness in Hindi ! दोस्तों हमारी दुनिया बहुत ही सुंदर है ! और हमारा मनुष्य का जीवन प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए बहुत ही कम पड़ सकता है ! और हम अपने जीवन में प्राकृतिक सुंदरता को आसानी से पूरी तरीके से नहीं देख सकते हैं ! मगर फिर भी दोस्तों हम अपने दोनों आंखों से प्राकृतिक सुंदरता प्राकृतिक सुंदरता के एक छोटे से हिस्से कर तो अवश्य देख सकते हैं ! हमें हमारी दोनों आंखें प्राकृतिक सुंदरता को देखने के साथ-साथ अपने दैनिक जीवन के कार्यों को करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाती हैं !
यही कारण है, कि आज सभी लोग अपनी आंखों को स्वस्थ रखना चाहते हैं ! परंतु और सिमित दिनचर्या और पर्यावरण के प्रदूषित होने की वजह से ! आज हमें स्वास्थ्य बीमारियों के साथ-साथ आंखों की भी बीमारियां होने लगी है ! आंखों की अनेकों बीमारियां हो सकती हैं ! परंतु आज हम आपको अपने इस लेख में रतौंधी के लक्षण, कारण और इसके घरेलू उपाय? के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान करने वाले हैं ! और इसलिए आपको इस लेख को अवश्य पूरा पढ़ना चाहिए !
रतौंधी क्या है what is night blindness
Ratondhi kya hai : जिस प्रकार से आंखों की अन्य बीमारियां होती है, ठीक उसी प्रकार से रतौंधी भी एक आंखों की बीमारी है। रतौंधी की बीमारी होने पर इसके रोगियों को कम रोशनी या फिर रात के अंधेरे में बिल्कुल भी दिखाई नहीं देता है और उनके आंखों के सामने पूरा अंधेरा सा दिखाई देता है और फिर वह अपने आंखों से कुछ भी नहीं देख सकते हैं।
इस बीमारी में व्यक्ति को संपूर्ण रूप से अंधापन नहीं होता अपितु अंधेरे में कम रोशनी में इस बीमारी का असर रोगियों को ज्यादा प्रभावित करता है। इस बीमारी में रोगी को आंखों में कोई कष्ट नहीं होता, परंतु उन्हें अंधेरे में या रात में दूसरे के आश्रय पर निर्भर होना पड़ता है।
रतौंधी के क्या-क्या कारण हो सकते हैं causes of night bllindness
Ratondhi causes in hindi रतौंधी बीमारी होने के कई सारे कारण हो सकते हैं ! और उनमें से कुछ इस प्रकार से नीचे निम्नलिखित हैं !
- शरीर में निर्बलता होने की वजह से भी रतौंधी के बीमारी की शिकायत हो सकती है।
- जब किशोरावस्था में किसी भी बच्चे को उनके शरीर के लिए विटामिन ऐ (vitamin+a) नहीं मिल पाता ! और एक असंतुलित भोजन की वजह से बच्चों में रतौंधी होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।
- गर्भावस्था में गर्भवती महिला अगर पोषण युक्त भोजन ना करें, तो ऐसे में उसके होने वाले बच्चे को शारीरिक दुर्बलता होने की वजह से रतौंधी की शिकायत हो सकती हैं !
- ज्यादा समय तक धूप में रहने की वजह से भी रतौंधी की शिकायत हो सकती है।
- अत्यधिक समय बाहर बिताने पर प्रदूषण की वजह से भी आंखों की समस्या होती है ! और हो सकता है कि आपको रतौंधी की समस्या हो जाए !
- अत्यधिक धूम्रपान करने के कारण भी रतौंधी की समस्या हो सकती है !
रतौंधी के लक्षण night blindness symptoms in Hindi
Night blindness symptoms in Hindi : अगर आप रतौंधी बीमारी का सही समय पर लक्षण पहचान कर इसका समय पर घरेलू उपाय करना चाहते हैं ! तो इसके लिए आपको सबसे पहले रतौंधी बीमारी के लक्षण को पहचानना होगा ! और इसके लक्षण इस प्रकार निम्नलिखित हैं !
- सिर दर्द होना
- आंखों में दर्द महसूस होना।
- जी मिचलाना।
- उल्टी आना।
- आंखों की दृष्टि में धुंधलापन दिखाई देना।
- आंखों की दृष्टि में प्रकाश का संवेदनशील महसूस होना।
- दूर की चीज को देखने में कठिनाई होना
रतौंधी के घरेलू उपाय क्या-क्या हैं night blindness home remedy
Night blindness ke gharelu upay : अगर रतौंधी बीमारी के लक्षण को सही समय पर पता कर लिया जाए और फिर इसके घरेलू उपाय को किया जाए तो आप इस बीमारी से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं, रतौंधी बीमारी के घरेलू नुक्से क्या-क्या है, जो इस प्रकार के नीचे निम्नलिखित बताएं हैं।
सहद
आंखों में रतौंधी होने की शिकायत होने पर आप अपनी आंखों में शुद्ध शहद को सुबह शाम लगाएं ! इससे आंखों की रोशनी तेज होती है !
शुद्ध घी
रतौंधी की शिकायत होने पर देसी घी में एक रत्ती काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर इसे आंखों में लगाने पर इस बीमारी से लाभ मिलता है।
पान के पत्ते
आंखों में पान के पत्ते का रस डालने से रतौंधी की बीमारी ठीक हो जाती है। एवं आंखों की रोशनी तेज होती है !
बथुऐ का रस
बथुए के रस को बूंद-बूंद करके आंखों में सुबह शाम डाले और सेना नमक एक कप पानी में मिलाकर इसे भी सुबह-शाम सेवन करें, तो रतौंधी की बीमारी को सही किया जा सकता है।
गुलाब जल
अगर आप चाहे तो अपनी आंखों में गुलाब जल और फिटकरी के घोल को मिलाकर आई ड्रॉप की तरह से एक एक बूंद करके सुबह शाम डाले तो इससे भी रतौंधी का इलाज किया जा सकता है।
आंखों के अंदर अनार के रस को डालने से भी रतौंधी का रोग ठीक हो जाता है।
- रात में कम से कम 2 हरण को साफ पानी में भिगोए और फिर इस हरण के पानी से सुबह-शाम अपनी आंखों को धोऐ, तो इससे भी रतौंधी की बीमारी ठीक हो जाती है।
- यदि आप चाहें तो दूब घास को पीसकर आंखों पर एवं इसकी पलकों पर लेप लगाने से रतौंधी की बीमारी को सही कर सकते हैं।
- आंखों में रतौंधी की शिकायत होने पर आपको अपनी आंखों का विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए और इसकी साफ-सफाई पर भी हमें निरंतर रूप से ध्यान देना चाहिए।
- दो तीन पीस बदाम रात में भीगा कर और उसे छीलकर सुबह मिश्री या फिर मक्खन के साथ खाने पर दृष्टि विकार सही होता है और रतौंधी की समस्या भी ठीक हो जाती है।
निष्कर्ष
रतौंधी की बीमारी होने पर आंखों को ज्यादा कोई तकलीफ नहीं होती, परंतु दृष्टि विकार हो जाता है और कम रोशनी या रातों में देखने में समस्या होती है। रतौंधी की बीमारी का सही लक्षण पता कर कर इसके घरेलू उपाय को करने से हमारे इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है और इससे छुटकारा पाया जा सकता है। यदि आज के इस विषय (night blindness in Hindi) पर आधारित हमारा लेख आपको पसंद आया और जरा सा भी सहायक सिद्ध हुआ हो तो इसे आप अपने मित्र जन एवं परिजन के साथ अवश्य साझा करें !
धन्यवाद