Hepatitis- B हेपेटाइटिस बी के कारण लक्षण निदान और उपाय

Hepatitis- B हेपेटाइटिस बी के कारण लक्षण निदान और उपाय

Symptoms of Hepatitis B disease in Hindi ! हम अपने जीवन काल में न जाने कितनी देर सारी बीमारियों का सामना करते रहते हैं ! और उनमें से कुछ होती है जो कम समय के लिए बीमारियां हमें प्रभावित करती हैं ! तो कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं ! जिनमें हमें लंबे समय तक उन बीमारियों से लड़ना पड़ता है ! आज हम आपको आज के इस महत्वपूर्ण लेख में लीवर में होने वाली आम बीमारियों में से एक हेपेटाइटिस बी के बारे में बताने वाले हैं !

यह बीमारी लीवर के इंफेक्शन से या फिर लंबे समय से चल रहे दवाइयों के सेवन के साइड इफेक्ट के वजह से भी हो सकता है ! इस बीमारी के होने के और भी बहुत से कारण हैं ! और इसका समय पर पता चल जाना ही हमारे लिए एवं हमारे स्वास्थ्य के लिए सही है !

आज के इस स्वास्थ्य वर्धक लेख में हम आप लोगों को हेपेटाइटिस बी क्या है ! हेपेटाइटिस बी के लक्षण, कारण एवं इसके उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान करने वाले हैं ! लीवर की आम मगर बहुत जानलेवा बीमारी के बारे में जानने के लिए हमारे आज के इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें !

हेपेटाइटिस बी क्या है what is hepatitis b

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Hepatitis b kya hai : जिस प्रकार से मनुष्य को अनेक संक्रामक बीमारी होती है ! ठीक उसी प्रकार से हेपिटाइटिस बी वायरस के संक्रमण के वजह से होती है ! यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है ! परंतु खासकर बच्चों में इस बीमारी के होने का खतरा काफी ज्यादा होता है ! इस बीमारी में infected patient का लीवर अत्यधिक प्रभावित होता है ! और संक्रमण की वजह से लीवर में धीरे धीरे सूजन हो जाती है !

यदि लीवर की सूजन लंबे समय तक बनी रहती है ! तो यह अन्य शारीरिक बीमारियों को पैदा करने में अपनी अहम भूमिका निभाने लगता है ! जब हेपेटाइटिस बी की बीमारी अपने रोगियों को पूरी तरीके से जकड़ लेती है ! तब यह उनके लीवर को अत्यधिक क्षति पहुंचाती है ! और फिर और भी जटिलताओं के बढ़ने की वजह से इनफेक्टेड व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाने की संभावना अत्यधिक हो जाती है !

हेपेटाइटिस बी होने के कारण एवं जोखिम क्या-क्या हो सकते हैं

Hepatitis b hone ke causes aur risk kya hai : जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया यह एक संक्रामक बीमारी है अर्थात संक्रमित व्यक्ति के रक्त, वीर्य, मूत्र और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के वजह से यह अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। आइए जानते हैं और भी हेपिटाइटिस बी के होने के कारण जो इस प्रकार से निम्नलिखित हैं !

  • अगर डॉक्टर एक संक्रमित व्यक्ति के इंजेक्शन को दूसरे व्यक्ति को लगाएगा ! तो इस परिस्थिति में भी यह वायरस दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता रखता है !
  • संक्रमित व्यक्ति के शरीर में से खून के संपर्क में आने और उसके लार के संपर्क में आने के वजह से भी आपको यह संक्रमित कर सकता है !
  • अगर आप संक्रमित व्यक्ति के साथ और असुरक्षित रूप से यौन संबंध करेंगे ! तो इस परिस्थिति में आपको हेपिटाइटिस बी होने का खतरा अत्यधिक हो जाता है !
  • अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के खून को किसी अन्य व्यक्ति के अंदर चढ़ाया जाता है, तो इस परिस्थिति में भी आपको बीमारी का संक्रमण हो सकता है !
  • लंबे समय तक डायलिसिस का इलाज करवाने पर भी आपको हेपेटाइटिस बी के बीमारी के होने का संक्रमण हो जाता है।
  • असुरक्षित रूप से हाथों में सुई के जरिए टैटू बनाने की वजह से भी आपको यह बीमारी हो सकती है !

हेपिटाइटिस बी होने के लक्षण symptoms of hepatitis B

Hepatitis b hone k symptoms : अगर हम समय पर हेपेटाइटिस बी के लक्षण को पहचान जाते हैं ! तो हम इसे शुरू में ही चिकित्सक के जरिए उपचार करके ठीक कर सकते हैं ! परंतु जब यह रोग विकराल रूप धारण कर लेता है ! तो इसे ठीक करने में भी काफी ज्यादा समय लग जाता है ! और फिर रोगी बिल्कुल कमजोर हो जाता है !

उम्र के बढ़ते कारण की वजह से भी इसके लक्षण आसानी से समझ नहीं आते ! और 60 वर्ष के उम्र के अधिक लोगों को इसके लक्षण आसानी से नहीं दिखते ! और अगर फिर भी आपको लगता है, कि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ गए हैं ! तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए और इसका प्राथमिक उपचार करवाना चाहिए ! आइए जानते हैं, कुछ हेपेटाइटिस बी के लक्षण जो इस प्रकार से निम्नलिखित हैं !

  • अत्यधिक थकान महसूस होना।
  • गहरे रंग का मूत्र विसर्जन होना।
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द महसूस होना।
  • धीरे-धीरे भूख में कमी आना।
  • हल्का फीवर हमेशा महसूस होना।
  • पेट में परेशानी महसूस होना।
  • पाचन तंत्र का ठीक से काम ना करना।
  • हमेशा दुर्बलता महसूस होना।
  • हमेशा जी मिचलाना।
  • उल्टी होते रहना।
  • jaundice/ आंखों और त्वचा का पीला पड़ जाना।
  • खुजली होते रहना !
हेपेटाइटिस बी का निदान कैसे किया जाता है hepatitis B diagnosis

डॉक्टर आमतौर पर रक्त परीक्षण के साथ हेपेटाइटिस hepatitis B का निदान कर सकते हैं। हेपेटाइटिस बी के लिए स्क्रीनिंग की सिफारिश कुछ व्यक्तियों के लिए की जा सकती है !

1- हेपेटाइटिस बी सतह एंटीजन टेस्ट– हेपेटाइटिस बी सतह एंटीजन टेस्ट (hbsag-test) से पता चलता है कि क्या आप संक्रामक हैं। एक सकारात्मक परिणाम का मतलब है कि आपको हेपेटाइटिस बी है और वायरस फैल सकता है। एक नकारात्मक परिणाम का मतलब है कि आपके पास वर्तमान में हेपेटाइटिस बी नहीं है। यह परीक्षण पुरानी और तीव्र संक्रमण के बीच अंतर नहीं करता है। इस परीक्षण का उपयोग अन्य हेपेटाइटिस बी परीक्षणों के साथ मिलकर किया जाता है !

2- हेपिटाइटिस बी कोर एंटीजन टेस्ट – हेपेटाइटिस बी कोर एंटीजन टेस्ट से पता चलता है कि क्या आप वर्तमान में एचबीवी से सतर्क हैं। सकारात्मक परिणाम का मतलब आमतौर पर आपको तीव्र या पुराना हेपेटाइटिस बी होता है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि आप एक्यूट हेपेटाइटिस बी से उबर रहे हैं।

3- हेपेटाइटिस बी सतह एंटीबॉडी टेस्ट- हेपेटाइटिस बी सतह एंटीबॉडी परीक्षण का उपयोग एचबीवी के लिए प्रतिरक्षा की जांच के लिए किया जाता है। एक सकारात्मक परीक्षण का मतलब है कि आप हेपेटाइटिस बी से प्रतिरक्षित हैं। सकारात्मक परीक्षण के दो संभावित कारण हैं। आपको टीका लगाया जा सकता है, या आप तीव्र एचबीवी संक्रमण से उबर चुके हैं और अब संक्रामक नहीं हैं।

4- लिवर फंक्शन परीक्षण– हेपेटाइटिस बी या किसी भी यकृत रोग वाले व्यक्तियों में लिवर फंक्शन टेस्ट महत्वपूर्ण हैं ! लिवर फंक्शन टेस्ट आपके लिवर द्वारा बनाए गए ! एंजाइम की मात्रा के लिए आपके रक्त की जांच करते हैं ! लीवर एंजाइम के उच्च स्तर से क्षतिग्रस्त या सूजन वाले जिगर का संकेत मिलता है ! ये परिणाम यह निर्धारित करने में भी मदद कर सकते हैं ! कि आपके जिगर का कौन सा हिस्सा असामान्य रूप से कार्य कर रहा है !

यदि ये परीक्षण सकारात्मक हैं ! तो आपको हेपेटाइटिस बी, सी, या अन्य यकृत संक्रमण के लिए परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है ! हेपेटाइटिस बी और सी वायरस दुनिया भर में जिगर की क्षति का एक प्रमुख कारण हैं ! आपको संभवतः यकृत के अल्ट्रासाउंड या अन्य इमेजिंग परीक्षणों की भी आवश्यकता होगी !

हेपेटाइटिस बी से बचने के घरेलू उपाय Hepatitis B home remedy

Hepatitis b ke gharelu upay : अगर आपको हेपेटाइटिस बी के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, तो आप सबसे पहले घरेलू उपाय को कर सकते हैं और यह घरेलू उपाय आपको किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य को हानि नहीं पहुंचाएंगे अभी तू कहीं ना कहीं आपके स्वास्थ्य को लाभ ही पहुंच जाएंगे। आइए जानते हैं हेपेटाइटिस बी के घरेलू उपाय क्या है ?, जो इस प्रकार से निम्नलिखित हैं।

लहसुन का सेवन

कई स्वास्थ्य शोधकर्ताओं ने कहा है, कि लहसुन के अंदर एलिसन नामक एक महत्वपूर्ण तत्व पाया जाता है और इस तत्व के वजह से लहसुन में एंटीमाइक्रोबियल्स के साथ-साथ कई अन्य और महत्वपूर्ण तत्व मौजूद होते हैं।सभी तत्व आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने में काफी ज्यादा लाभकारी होते हैं। पापुलेशन को खाद्य सामग्रियों के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर केवल दो से तीन लहसुन की कली को शहद के साथ भी खा सकते हैं।

अदरक का सेवन

विशेषज्ञों और चिकित्सकों के अनुसार अदरक के अंदर हेपेटाइटिस बी के प्रभाव को कम करने के कई गुण मौजूद होते हैं। अदरक में वायरस एवं संक्रमण से लड़ने के अनेकों गुण पाए जाते हैं और इसके सेवन से आप हेपेटाइटिस बी के संक्रमण को खत्म कर सकते हैं। आपको एक कप पानी में अदरक को गर्म पानी के साथ उबाल लेना है और जब पानी ठंडा हो जाए तब आपको इसे पीना है, इस प्रक्रिया को आप को कम से कम दिन में दो बार करनी है।

ग्रीन टी का सेवन

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बहुत ही अच्छी होती है और यह शरीर को स्वस्थ रखने में भी काफी सहायक होते हैं। इन अनेक स्वास्थ्य गुणों के साथ साथ हेपेटाइटिस बी से भी लड़ने की क्षमता ग्रीन टी के अंदर होती है और यह संक्रमण को भी रोकने में काफी ज्यादा लाभकारी माना जाता है।नियमित रूप से सुबह-शाम ग्रीन टी का सेवन करें और ग्रीन टी के सेवन से हमारे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ भी बाहर आते हैं और आपका शरीर खुद को फिल्टर करने में सक्षम होता है।

शहद का सेवन

शहद के अंदर लिवर के संक्रमण को रोकने और एंटीवायरस को खत्म करने के अनेकों गुण पाए जाते हैं। जब यह 2 गुण किसी भी तत्व में पाए जाएंगे तो स्वाभाविक है, कि हेपेटाइटिस बी के खतरे को कम करने के लिए यह काफी है। वैदिक उपाय में हेपेटाइटिस बी के खतरे से बचने के लिए शहद के सेवन को प्राथमिकता दी गई है।दिन में दो बार आपको एक चम्मच शहद का सेवन करना है और आपके स्वास्थ्य को इस प्रक्रिया से लाभ होगा।

गन्ने के रस का सेवन

गन्ने के रस में भी कई सारे स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं और हेपेटाइटिस बी hepatitis B के खतरे को भी कम करने में गन्ने का रस काफी लाभकारी माना जाता है। प्रतिदिन ताजे गन्ने का रस पीने से हेपेटाइटिस बी के खतरे को कम किया जा सकता है और यह संक्रमण को भी रोकने में सक्षम होता है।

निष्कर्ष- हमें उम्मीद है, कि हेपेटाइटिस बी hepatitis B क्या है ? और इसके घरेलू उपाय क्या है ?, इस पर आधारित आज का हमारा यह लेख आपके लिए लाभकारी सिद्ध हुआ होगा। हमें उम्मीद है कि आज के हमारे इस विषय पर आपको किसी भी प्रकार का डाउट नहीं होगा और आपके कोई सवाल या सुझाव है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं।

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