गुर्दे के पथरी का विकास तब होता है जब सेवन किए गए खनिज गुर्दे के अंदर पत्थरों का निर्माण करते हैं ! साथ में पानी कम पीना और आक्जलेट से परिपूर्ण खाद्य पदार्थ संबंधित कारक गुर्दे की पथरी के निर्माण में सहायक होते हैं ! किसी व्यक्ति का चिकित्सा इतिहास भी गुर्दे की पथरी के विकास में योगदान कर सकता है ! जब तक गुर्दे की पथरी आकार में छोटी होती है ! तब तक किसी का ध्यान पथरी की तरफ नहीं जाता है ! लेकिन जब यह बड़े पत्थरों के रूप में परिवर्तित हो जाता है तब तेज असहनीय दर्द, Renal colic हो सकता है ! उपचार के बिना, गुर्दे की पथरी से मूत्र संबंधी समस्याएं, संक्रमण और गुर्दे की क्षति हो सकती है ! पथरी का आकार जैसे-जैसे बढ़ता है या मूत्र नली में पथरी आती है ! तब अनेक प्रकार के लक्षण (Kidney stones symptom in Hindi) प्रदर्शित होने लगते हैं !
संयुक्त राज्य अमेरिका सहित पूरे विश्व में गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है ! एक अध्ययन के अनुसार आहार संबंधी कारक और जलवायु परिवर्तन इस वृद्धि में योगदान कर सकते हैं ! इस लेख में हम गुर्दे की पथरी को पहचानने के तरीके को समझेंगे ! और यह भी समझेंगे कि गुर्दे की पथरी अगर हो गई है तो हमें क्या करना चाहिए !
गुर्दे की पथरी के लक्षण kidney stones symptom in Hindi
आपका दर्द हल्के से लेकर बहुत तेज हो सकता है ! जिसके कारण आप को अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है ! आमतौर पर यह दर्द कभी आता है और कभी चला जाता है ! जिसमें 20 मिनट से लेकर एक घंटे तक तेज दर्द की लहरें होती हैं ! गुर्दे की पथरी में हमेशा लक्षण प्रदर्शित नहीं होते हैं ! एक व्यक्ति मूत्र द्वारा शरीर से बहुत छोटे पत्थरों को बिना उनकी जानकारी के पास कर सकता है ! जब पथरी आकार में बड़ी हो जाती है ! kidney stones symptom in Hindi तब लक्षण दिखाई देते हैं जो निम्नलिखित हैं !
- कमर में दर्द
- पेट के दाहिनी तरफ तेज दर्द
- मितली और उल्टी
- पेशाब के रास्ते खून आना
- मूत्र पथ में संक्रमण (यूटीआई)
- बुखार और ठंड लगना
- कमजोरी और थकावट
- दस्त
- बदबूदार मूत्र
- पेशाब के रास्ते में जलन और दर्द
- यदि किसी व्यक्ति में इनमें से कोई भी लक्षण है तो उन्हें एक बार चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए
पथरी होने के कारण kidney stones ke Karan
संभावित कारणों में बहुत कम पानी पीना, व्यायाम नहीं करना, मोटापा, वजन घटाने की सर्जरी, या बहुत अधिक नमक या अधिक चीनी का सेवन करना शामिल है ! कुछ लोगों में संक्रमण और पारिवारिक इतिहास भी इसमें महत्वपूर्ण निभा सकता है ! बहुत अधिक फ्रुक्टोज खाने से भी गुर्दे की पथरी के विकास का खतरा बढ़ जाता है ! साथ ही यदि कोई पथरी के बनने के प्रति अतिसंवेदनशील है ! तो अगर वह पशु प्रोटीन और नमक अत्यधिक खाता है तो गुर्दे की पथरी बन सकती है !
इसके अलावा कुछ अन्य खाद्य पदार्थ और सब्जियां हैं ! जिन्हें खाने से पथरी बनती है जैसे पालक, बैंगन, चावल, टमाटर, लेसदार पदार्थ ! उड़द, सूखे मेवे, चॉकलेट, चाय, मद्यपान, चिकन, सेल फिस, चुना, काले अंगूर, काजू, खीरे, बैंगन, सेम, मूंगफली, जिमीकंद, शकरकंद, चुकंदर, फूलगोभी, कैलशियम फास्फेट युक्त भोजन, आंवला, चीकू, फ्राइड चिप्स, जंक फूड, डेरी प्रोडक्ट, मीठे आलू, अंडे, सीफूड इत्यादि !
गुर्दे की पथरी के प्रकार kidney stones ke prakar
विभिन्न प्रकार की पथरी विभिन्न प्रकार के पदार्थों से बनी होती हैं। आपके पास किस प्रकार का पथरी है यह जानना महत्वपूर्ण है, इसलिए आप यह जान सकते हैं कि इसका क्या कारण हो सकता है और इसे कैसे रोका जा सकता है। यदि आप एक गुर्दा की पथरी का सही तरीके से निदान करना चाहते हैं ! तो आपको उसे अपने डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए ताकि वे इसे प्रयोगशाला में भेज सकें और पता लगा सकें कि यह किस प्रकार का है ! गुर्दे की पथरी मुख्यतः चार प्रकार की होती हैं !
*कैल्शियम पथरी calcium stone
अधिकांश गुर्दे की पथरी कैल्शियम से बनती है जो कैल्शियम ऑक्सालेट के रूप में होती है । यह कैल्शियम युक्त खाने पीने की चीजों से बना करती हैं ! इसका सबसे सामान्य प्रकार जो मूत्र में ऑक्सालेट के साथ मिलकर कैल्शियम बनाता है। पर्याप्त कैल्शियम और तरल पदार्थ का कम सेवन, साथ ही अन्य स्थितियां, उनके गठन में योगदान कर सकती हैं !
*यूरिक एसिड पथरी uric acid Stone
यूरिक एसिड गुर्दे की पथरी का एक और सामान्य प्रकार है ! ऑर्गन मीट और शेलफिश जैसे खाद्य पदार्थों में प्यूरीन नामक एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक की उच्च सांद्रता होती है ! उच्च प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थ के सेवन से मोनोसोडियम यूरेट का उत्पादन जादा होता है, जो सही परिस्थितियों में गुर्दे में पथरी का निर्माण करती है। इस प्रकार के पत्थरों का निर्माण परिवारों में चलता है ! अर्थात यह आनुवंशिकी है !
*स्ट्रोवाइट पथरी struvite Stone
ये एक मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) से बन सकते हैं। संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया आपके मूत्र में अमोनिया का निर्माण करते हैं। इससे पथरी बनने लगती है। वैसे यह पथरी बहुत जल्दी निकल सकती है !
*सिस्टीन पथरी cystine Stone
यह दुर्लभ प्रकार का पत्थर बनाता है ! क्योंकि गुर्दे एक विशिष्ट अमीनो एसिड के बहुत अधिक रिसाव करते हैं जिसे मूत्र में सिस्टीन कहा जाता है ! यह सिस्टिनुरिया नामक एक आनुवंशिक विकार वाले लोगों में होते हैं !
गुर्दे की पथरी का निदान diagnosis of kidney stones in Hindi
एक गुर्दे की पथरी का निदान चिकित्सा इतिहास, शारीरिक परीक्षा और इमेजिंग परीक्षणों से शुरू होता है !आपके डॉक्टर गुर्दे की पथरी का सही आकार और और संख्या जानना चाहेंगे ! जिसमें गुर्दे से मूत्राशय तक एक उच्च रिज़ॉल्यूशन सीटी स्कैन या X Ray kub. (एक्स-रे) किया जा सकता है ! जो पत्थर का आकार और इसकी स्थिति को संदर्भित करेगा ! KUB परीक्षण का उपयोग उपचार से पहले और बाद में आपके पत्थर की निगरानी के लिए किया जाता है ! लेकिन CT Scan (सीटी स्कैन) आमतौर पर निदान के लिए पसंद किया जाता है !
कुछ लोगों में, डॉक्टर एक इंट्रावीनस पाइलोग्राम या एलवीपी, जो एक विशेष प्रकार के एक्स-रे के लिए प्रयोग किया जाता है का भी आदेश देंगे जो डाई इंजेक्ट करने के बाद किया जाता है ! दूसरा आपके डॉक्टर यह तय करेंगे कि आपके स्टोन का इलाज कैसे किया जाए ! रक्त परीक्षण और मूत्र परीक्षण द्वारा किडनी का मूल्यांकन किया जा सकता है !
आपके समग्र स्वास्थ्य, और आपके पत्थर के आकार और स्थान पर विचार करने के बाद आपके डॉक्टर पत्थर के कारण का पता लगाना चाहेंगे ! मूत्र परीक्षण इसके अलावा डॉक्टर यह भी आदेशित कर सकते हैं ! कि आप कैल्शियम और यूरिक एसिड के परीक्षण के लिए 24 घंटे तक का पेशाब एकत्रित करेंगे !
गुर्दे की पथरी का घरेलू उपचार kidney stones home remedy
ज्यादातर मामलों में मौखिक दवा के साथ इलाज किया जा सकता है ! परंतु आहार को बदलकर गुर्दे की पथरी को स्वाभाविक रूप से दूर करने का प्रयास किया जा सकता है ! यहाँ गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपचार वर्णित हैं जो निम्नलिखित हैं !
*नींबू lemon
आप पानी में जितनी बार चाहें उतनी बार ताजा निचोड़ा हुआ नींबू का रस पी सकते हैं ! नींबू में साइट्रेट होता है यह एक ऐसा तत्व है जो कैल्शियम की पथरी को बनने से रोक सकता है ! साइट्रेट छोटे पत्थरों को भी विघटित कर सकता है ! जिससे वे अधिक आसानी से बाहर निकल सकते हैं ! नींबू का इस्तेमाल पथरी पर प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक होगा नींबू के रस के कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं ! उदाहरण के लिए यह बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है और विटामिन सी प्रदान करता है !
*अनार pomegranate
अनार के जूस का इस्तेमाल सदियों से किडनी की कार्यक्षमता में सुधार के लिए किया जाता रहा है ! यह आपके सिस्टम से पत्थरों और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल सकता है ! इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं ! जो किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है ! और गुर्दे की पथरी को विकसित होने से रोकने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है ! यह आपके मूत्र के अम्लीय स्तर को भी कम करता है ! कम अम्लता का स्तर भविष्य मे गुर्दे की पथरी के लिए आपके जोखिम को कम करता है ! जिससे पत्थरों का खतरा कम हो जाता है ! अनार का रस आप दिन भर में जितना चाहे उतना पी सकते हैं इसकी कोई सीमा नहीं है !
*तुलसी Basil
तुलसी में एसिटिक एसिड होता है जो गुर्दे की पथरी को तोड़ने और दर्द को कम करने में मदद करता है ! यह पोषक तत्वों से भी भरपूर है ! इस उपाय का उपयोग पारंपरिक रूप से पाचन और सूजन संबंधी विकारों के लिए किया जाता रहा है ! तुलसी के रस में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक एजेंट होते हैं ! और यह गुर्दे के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है ! चाय बनाने के लिए ताज़े या सूखे तुलसी के पत्तों का प्रयोग करें और प्रतिदिन कई कप पियें ! आप एक जूसर में ताजा तुलसी का रस भी बना सकते हैं ! आपको एक बार में 6 सप्ताह से अधिक समय तक औषधीय तुलसी के रस का उपयोग नहीं करना चाहिए ! अधिक समय तक उपयोग के कई नुकसान हो सकते है ! जैसे निम्न रक्त शर्करा, कम रक्तचाप, और रक्तस्राव में वृद्धि इत्यादि !
*राजमा kidney beans
किडनी से मिलता जुलता नाम है किडनी बींस जो गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है ! अगर आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है तो किडनी बींस की फलियाँ फायदेमंद हैं ! यह मैग्नीशियम में समृद्ध एक खनिज है ! जो गुर्दे की पथरी से निपटने में मदद करता है ! बीन्स को नरम होने तक उबालें और पानी को शोरबा के रूप में उपयोग करें ! kidney stones symptom in Hindi